कला, सौंदर्य, आकर्षण, प्रेम, भोग विलास के कारक ग्रह शुक्र का गोचरीय परिवर्तन बुध की राशि मिथुन से चंद्रमा की राशि कर्क में श्रावण शुक्ल पक्ष दशमी तिथि 7 अगस्त 2022 दिन रविवार को प्रातः 8 बजकर 40 मिनट पर होने जा रहा है
31 अगस्त तक कर्क राशि में रहकर चराचर जगत सहित सभी प्राणियों एवं देश काल व्यवस्था को प्रभावित करेंगे स्वतंत्र भारत की कुंडली वृष लग्न एवं कर्क राशि की है ऐसे में लग्न के अनुसार देखा जाए तो शुक्र लग्नेश होकर तृतीय भाव में गोचर करने जा रहे हैं
जहां पर शनि की दृष्टि भी शुक्र पर पड़ेगी एवं बृहस्पति की दृष्टि पड़ेगी परिणाम स्वरूप भारतीय सामाजिक व्यवस्था में सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रभाव स्थापित होंगे। जिसमें सकारात्मक प्रभाव ज्यादा उत्पन्न होगा शनि की दृष्टि शुक्र पर पड़ने के कारण महिलाओं से संबंधित कुछ नकारात्मक सूचनाएं प्राप्त हो सकती है
आर्थिक व्यवस्था में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा भारत के सामाजिक प्रतिष्ठा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वृद्धि होगी भारतीय प्रतिभाओं के मनोबल में वृद्धि होगा भारतीय खिलाड़ियों, साहित्यकारों या कला क्षेत्र से जुड़े व्यक्तित्व के लिए समय सकारात्मक है
खेल कूद ,कला क्षेत्र, फिल्मी दुनिया से कुछ बड़ी नकारात्मक सूचना भी प्राप्त हो सकती है फिर भी कला खेलकूद के क्षेत्र से उपलब्धि भी इस अवधि में प्राप्त होगी कर्क राशि मे गोचर करते हुए शुक्र मेष लग्न से लेकर मीन लग्न वालों पर किस प्रकार का प्रभाव डालेंगे इसको समझेंगे
मेष- धनेश एवं सप्तमेश होकर चतुर्थ भाव अर्थात सुख भाव में गोचरवत शुक्र शुभ प्रभाव प्रदान करते हुए गृह एवं वाहन सुखों में वृद्धि करेंगे। माता के सहयोग सानिध्य में वृद्धि करेंगे दांपत्य जीवन, प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी साझेदारी के कार्यों में सकारात्मक परिवर्तन प्राप्त होगा। वाणी व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय सकारात्मक फल प्रदायक होगा।
वृष- लग्नेश एवं रोगेश होकर तृतीय भाव में गोचरवत शुक्र वृष लग्न के लोगों के भाग्य में सकारात्मक परिवर्तन के साथ साथ पराक्रम में वृद्धि करेंगे आय के साधनों में सकारात्मक प्रगति प्रदान करते हुए सामाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि करेंगे दांपत्य जीवन में शुभता बढ़ेगा। भाई बंधुओं मित्रों का सहयोग सानिध्य प्राप्त होगा। कला क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय सकारात्मक फल प्रदायक साबित होगा। मूल कुंडली के अनुसार शुक्र का रत्न धारण करना लाभदायक होगा।
मिथुन –मिथुन लग्न वालों के लिए शुक्र द्वादश एवं पंचम भाव के कारक होकर द्वितीय भाव अर्थात धन भाव में गोचर करेंगे ऐसी स्थिति में धन एवं परिवार से संबंधित कार्यों में सकारात्मक परिवर्तन। वाणी व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह समय प्रगति प्रदायक होगा ।दांपत्य जीवन में प्रगति एवं नए उमंग का संचार होगा संतान पक्ष से भी शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है लेकिन अचानक खर्च का भी संयोग बनेगा।
कर्क – कर्क लग्न में शुक्र सुख एवं लाभ भाव के कारक होकर लग्न स्थान में ही गोचर करेंगे परिणाम स्वरूप व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन सुख के साधनों में सकारात्मक परिवर्तन के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों में भी प्रगति की स्थिति बनेगी। माता के सुख सानिध्य में वृद्धि। व्यापारिक गतिविधियों में प्रगति। साझेदारी के कार्यों में सकारात्मक परिवर्तन दांपत्य जीवन प्रेम संबंधों में मधुरता की स्थिति उत्पन्न होगा ।