विदेशी निवेशकों में भारतीय शेयर बाजारों को लेकर दिलचस्पी बढ़ती नजर आ रही है। यही वजह है कि लगभग 9 महीने तक लगातार निकासी के बाद अब विदेशी निवेश भारतीय शेयरों में अधिक पैसे लगा रहे हैं
जून तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) ने कम से कम 95 शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि घरेलू और विदेशी निवेशकों ने बैंकिंग, केमिकल, फुटवियर और ऑटो सहित अन्य सेक्टर के शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।
पेटीएम के शेयरों पर निवेशक मेहरबान-
जून तिमाही में पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में कामयाब रही लेटेस्ट शेयरधारिता के आंकड़ों से पता चलता है कि FII ने जून तिमाही में पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 5.47 प्रतिशत कर दी। यह पहले 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 4.42 प्रतिशत थी
दूसरी ओर म्यूचुअल फंड ने अपनी हिस्सेदारी 1.05 प्रतिशत से बढ़ाकर 1.14 प्रतिशत कर दी। पिछले साल नवंबर में लिस्टिंग के बाद से कंपनी के शेयरों में 60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है
पेटीएम के फाउंडर का मानना है कि कंपनी अपने कारोबार में तेजी से बढ़ोतरी देख रही है और 2023 में परिचालन लाभ हासिल करने की राह पर है। कंपनी ने 28 जुलाई को सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी के रूप में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपनी पहली वार्षिक रिपोर्ट जारी की।
पेटीएम के अलावा दूसरी नई लिस्टेड कंपनियों में FII ने CE Info Systems (MayMyIndia) में अपनी हिस्सेदारी 5.60 प्रतिशत तक बढ़ा दी, जबकि Q4FY22 में 5.57 प्रतिशत थी। विदेशी निवेशकों ने अमारा राजा बैटरीज, आयशर मोटर्स, एस्कॉर्ट्स कुबोटा, जमना ऑटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एमआरएफ समेत ऑटो सहायक कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई।
पतंजलि फूड्स, ओएनजीसी समेत में बढ़ाई हिस्सेदारी-
विदेशी निवेशकों ने पतंजलि फूड्स, ओएनजीसी, नोसिल, रेन इंडस्ट्रीज, राइट्स, मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स, आदित्य बिड़ला फैशन, एजिस लॉजिस्टिक्स, एपीएल अपोलो ट्यूब्स, बालाजी एमाइन्स, शैले होटल्स, एरिस लाइफसाइंसेज, सन फार्मा, टाटा केमिकल्स, टाटा कॉफी और टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) जैसी कंपनियों के शेयरों में एफआईआई और म्यूचुअल फंड ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। इतना ही नहीं उन्होंने श्री रेणुका शुगर्स और ईआईडी पैरी सहित चुनिंदा शुगर कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई।