यूरिक एसिड आज के समय में एक आम समस्या बन चुका है और जब यह हद से ज्यादा शरीर में बनने लगता है तो ये ब्लड में शामिल होकर जोड़ों के बीच खाली जगहों में जाकर जम जाता है
इसके जमने के चलते जोड़ों में दर्द की समस्या होना शुरू हो जाती है जोड़ों में दर्द से पहले यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में जकड़न या मांसपेशियों में ऐठन की समस्या होती है अगर शुरुआती दौर में यूरिक एसिड को कंट्रोल कर लें तो बहुत सी समस्याएं खत्म हो सकती हैं
यूरिक एसिड का ज्यादा बढ़ना किडनी की कार्यक्षमता को भी प्रभावित करता है, इस वजह से यूरिक एसिड अगर बढ़ रहा हो तो कुछ घरेलू हर्बल चीजों को लेना शुरू कर दें। आइए बताते हैं आपको उनके बारे में
अदरक का रस और नींबू-
अदरक और नींबू दोनों ही यूरिक एसिड को कम करने वाले और जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए जाने जाते हैं। अदरक के एंटीसेप्टिक, एंटी इंफ्लामेटरी तो नींबू में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी थियामिन रिबोफ्लोविन, नियासिन, विटामिन बी- 6, फोलेट और विटामिन-ई होता है
यह दोनों जब साथ मिलते हैं तो यूरिक एसिड बाहर आ जाता है और जोड़ों का दर्द, सूजन और जकड़न दूर हो जाती है आप अदरक के ताजे रस में नींबू का रस मिलाकर पीएं या इसकी चाय बना लें। इसको पीने से कुछ ही दिनों में आपका यूरिक एसिड कम होने लगेगा और यहजूस खराब गले, कब्ज, किडनी और मसूड़ों की समस्याओं में राहत पहुंचाता है
नींबू और गाजर का जूस-
एक चुटकी नींबू के रस के साथ ताजा गाजर का जूस पीने की आदत डाल लें क्योंकि यह आपके यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकाल देगी। जी दरअसल गाजर में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ए, फाइबर, बीटा कैरोटीन, खनिज होता है
और ये नींबू के साथ मिलकर जोड़ों में जमा यूरिक एसिड को बाहर कर देता है। वहीं एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर नींबू इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है और सेल्स को रिजनरेट करने में मददगार होता है
खीरे का जूस और नींबू-
खीरे के जूस को नींबू के साथ पीने से लीवर, किडनी ही नहीं बल्कि पूरा शरीर हीडिटॉक्सीफाई हो जाता है और ब्लड में अंदर जमा यूरिक एसिड भी बाहर लाने में ये जूस दवा की तरह काम करता है। इस जूस में मौजूद पोटेशियम और फास्फोरस किडनी को डिटॉक्सीफाई करते हैं, जिससे यूरिक एसिड किडनी आसानी से बाहर निकाल देता है।