Maharashtra Politics Update: संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बागी नेता एकनाथ शिंदे एक-दो दिनों में मुंबई पहुंच सकते हैं और फ्लोर टेस्ट की अपील के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र सौंप सकते हैं। महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल के बीच भारतीय जनता पार्टी भी एक्शन मोड में नजर आने लगी है। खबर है कि पार्टी ने राज्य में बड़े सियासी बदलाव के लिए रणनीति तैयार कर ली है। साथ ही दावा किया जा रहा है कि इस सप्ताह महाराष्ट्र में नई सरकार की दस्तक हो सकती है। हाल ही में खबरें सामने आई थी कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर पर बैठकों का दौर जारी है।टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ नेता ने बताया है कि भाजपा ने महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने के लिए रणनीति तैयार कर ली है। रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘अगर सब अच्छा चलता रहा, तो हम राज्य में शनिवार या रविवार को नई सरकार की स्थापना की उम्मीद कर सकते हैं।’ इधर, राज्य में शिवसेना में भी गतिविधियां तेज हो गई हैं।
जरूरत पड़ी तो किस पार्टी के साथ जाएगा शिंदे समूह, MNS हो सकती है सबसे मुफीद
संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बागी नेता एकनाथ शिंदे एक-दो दिनों में मुंबई पहुंच सकते हैं और फ्लोर टेस्ट की अपील के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र सौंप सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य योजना यह भी है कि भाजपा भी फ्लोर टेस्ट के लिए कोश्यारी को पत्र सौंप सकती औऱ अगर राज्यपाल विशेष सत्र बुलाते हैं, तो पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि बागी विधायक उपस्थित न हों। इससे एमवीए सरकार का गिरना तय हो जाएगा। आदेश का इंतजार!
रिपोर्ट के अनुसार, MVA सरकार को गिराने के लिए भाजपा आलाकमान की तरफ से आदेश का इंतजार कर रही है। शिवसेना में फूट और भाजपा या मनसे के साथ जाने को लेकर एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि वह असली शिवसेना का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो भाजपा या मनसे के साथ मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि विशेष सत्र में बागियों के नहीं आने से अगर सरकार गिरती है और नया सीएम चुना जाता है, तो वह तत्काल नए स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर देंगे, जो शिंदे की अगुवाई वाले गुट को असली सेना के रूप में मान्यता देंगे। नेता ने कहा कि योजनाओं का फुलप्रूफ होना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘जब देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार के साथ अल सुबह शपथ ली और सरकार दो दिनों से कम समय के लिए चली, हमें ऐसे हालात नहीं चाहिए।’