सावन मास भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सर्वोतम माना जाता है इस मास में भगवान शंकर की विभिन्न प्रकार से पूजा करके भक्त उन्हें प्रसन्न करते हैं और उनसे मनवांछित फल प्राप्त करने का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं
श्रावण मास में रुद्राभिषेक करने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होकर भक्त पर अपनी कृपा बरसाते हैं. रुद्राभिषेक का अर्थ है रूद्र अर्थात भगवान शिव का अभिषेक करना. सावन के महीने में शिव भक्त शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक करते हैं आइए जानें किस वस्तु से किया जाने वाला रूद्राभिषेक कौन सा फल प्रदान करता है
रुद्राभिषेक से प्राप्त करें मनवांछित फल-
- घर में यदि सुखद एवं शांति वातावरण का अभाव है. घर में क्लेश है. लम्बे समय से आर्थिक संकट से जूझ रहें हैं, तो सावन मास में गाय के दूध से रुद्राभिषेक कराएं तथा अपनी भोलेनाथ के सामने अपनी समस्या रखकर इसे दूर करने की प्रार्थना करें.
- अकाल मृत्यु और वंश वृद्धि के लिए गाय के घी से रुद्राभिषेक करें. इससे मनवांछित सफलता मिलती है.
- घर में लम्बे समय से धन की कमी बनी हुई है तो गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें. इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में धन की कभी कमी नहीं होती है.
- सावन मास में शहद से रुद्राभिषेक करने से भक्त की लम्बे समय से चली आ रही बीमारी का अंत होता है.
- यदि आपके गृहस्थ जीवन में क्लेश है या किसी प्रकार का दुःख है तो 40 दिनों तक बेलपत्र से रुद्राभिषेक करें. गृहस्थ जीवन सुखमय हो जाएगा.
- नकारात्मक शक्तियों की समाप्ति के लिए वर्षा जल से रूद्राभिषेक करें.
- शत्रुओं के विनाश के लिए सावन माह में सरसों के तेल से रुद्राभिषेक करें.
- बौद्धिक और तार्किक क्षमता को बेहतर करने के लिए शक्कर मिश्रित दूध से रुद्राभिषेक करना चाहिए.
- परिवार में सुख शांति बनाए रखने के लिए सावन के महीने में महादेव का गंगाजल से रुद्राभिषेक करें.
- नारियल पानी से रुद्राभिषेक करने से शत्रु और प्रेत बाधा दूर होती है.
- स्वास्थ्य और आरोग्य की प्राप्ति के लिए शिव भक्तों को भांग से रुद्राभिषेक करना चाहिए.