up vidyut sakhi bharti: ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं बिजली महकमे के बकाया बिजली के बिल वसूलने में लगातार रिकार्ड बना रही हैं। जून महीने में विद्युत सखियों ने बिजली बिल के बकाये 45 करोड़ रुपये को वसूलने का काम किया है
विद्युत सखी के रूप में महिलाओं को मिल रही सफलता के बाद राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और 6521 विद्युत सखियों का चयन करने जा रहा है। तीन महीने के अंदर चयन की यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। विद्युत सखी के रूप में महिलाए 6000 रुपए प्रति माह से 8-10 हजार रुपए तक कमा सकती हैं। हालांकि उनके कार्य के अनुसार, पारिश्रमिक तय होता है
जून में सखियों ने 45 करोड़ बिल की वसूली की-
उ.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन से मिली जानकारी के मुताबिक 30 जून को विद्युत सखियों ने 4.7 करो़ड़ रुपये बिजली बिल की वसूली की, जिसमें से उन्हें पांच लाख रुपये कमीशन मिला। पूरे जून महीने में विद्युत सखियों ने 45 करोड़ रुपये वसूले। जिससे उन्हें 60 लाख रुपये से अधिक कमीशन बना। बिजली बिल वसूलने का यह रिकार्ड 6000 विद्युत सखियों ने बनाया।
तीन से चार पंचायतों के कलस्टर में एक विद्युत सखी-
आजीविका मिशन के निदेशक भानू चंद्र गोस्वामी का कहना है कि राज्य में और 6521 विद्युत सखियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कराई जा रही है। इन सखियों के चयन के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सखियों की संख्या 15521 हो जाएगी
आजीविका मिशन ने 15521 कलस्टर बना रखे हैं। हर कलस्टर में तीन से चार ग्राम पंचायतें हैं। इस चयन के पूरी हो जाने के बाद हर कलस्टर में एक विद्युत सखी तैनात हो जाएगी। इससे प्रदेश के हर ग्राम पंचायत के लोगों को घर बैठे बिजली बिल जमा करने की सुविधा हो जाएगी।