देश में लगभग एक हजार इंस्टेंट लोन ऐप हैं, जिनकी कार्यप्रणाली में अनियमितता की शिकायतें हैं इनमें से करीब 750 ऐप्स गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड होने के कारण लोगों को आसानी से झांसे में ले लेते हैं
करीब 300 ऐप ऐसे हैं जिन्होंने लोगों पर भरोसा जमाने के लिए वेबसाइट भी बना रखी हैं, उनमें बहुत कम जानकारी दी गई है कुछ महीने पहले आरबीआई ने ऐसे लोन ऐप के बारे में चेतावनी जारी की थी
ऐसे ऐप से सावधान रहें-
यूपीए लोन, गोल्डमैन पे बैक, हैंडी लोन, रुपीकिंग, एमआई रुपे, वन लोन कैश एनी टाइम, एक्सप्रैस लोन, रुपी लोन, रुपी स्टार, स्माल लोन, अपना पैसा आदि।
इसलिए झांसे में आ जाते हैं लोग-
- कॉल सेंटर के माध्यम से भरोसा दिलाया जाता है कि ये बैंक से आसान है।
- ऐसे ऐप बिना केवाईसी, बिना डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किए लोन दे देते हैं।
- कोरोना काल में लोगों की आर्थिक दिक्कतों के बीच ऐसे ऐप ने पहुंच बढ़ाई।
- इंस्टेंट लोन के लिए बिना किसी गारंटी के पैसा खाते में भेज देते हैं।
ऐसे करते हैं ठगी-
- क्रेडिट कार्ड रिपोर्ट और सिबिल स्कोर से आर्थिक तंगी के शिकार लोगों का डाटा जुटाते हैं।
- कॉल सेंटर के जरिए लोगों को फोन करके आसान लोन का झांसा देते हैं।
- छोटी रकम का लोन भी मिल जाता है लेकिन ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है।
- लोगों से 200% से 500% तक की ऊंची ब्याज दर लोगों से वसूली जाती है।
- कई बार लोन की दो से पांच किस्त तक काटने के बाद बची रकम दी जाती है।
- ऐप इंस्टॉल करते ही मोबाइल के कॉन्टैक्ट और फोटो वीडियो तक उनके पास पहुंच जाते हैं।
- एक भी किस्त चूके तो ब्लैकमेंलिंग और टॉर्चर का खेल शुरू होता है।
- निजी फोटो सार्वजनिक करने की धमकी देकर परेशान करते हैं।
- परिजनों, रिश्तेदारों और दफ्तर के सहयोगियों को तक धमकी भरे कॉल किए जाते हैं।
लोन ऐप्स के फ्रॉड से ऐसे बचें-
- बैंकों और मान्यता प्राप्त वित्तीय संस्थानों से लोन लेना सुरक्षित।
- किसी भी लोन ऐप पर अपना केवाईसी अपडेट न करें।