भारत सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) के रूप में बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स को मंजूरी दे दी है केंद्र सरकार ने उन वयस्कों को ‘कॉर्बेवैक्स’ टीके की बूस्टर खुराक देने को मंजूरी दे दी है
जो कोविशील्ड या कोवैक्सीन टीके की दो खुराक ले चुके हैं देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब पहली और दूसरी खुराक के तौर पर दिए गए टीके से अलग कोई टीका बतौर ऐहतियाती खुराक लगाया जाएगा
भारत का पहला स्वदेशी आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट ‘कॉर्बेवैक्स’ टीका फिलहाल 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को लगाया जा रहा है केंद्र सरकारकार्य समूह ने 20 जुलाई को हुई बैठक में तीसरे चरण के आंकडों की समीक्षा की थी इसमें कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दो खुराक ले चुके 18 से 80 वर्ष आयु के लोगों को कॉर्बेवैक्स टीका तीसरी खुराक के तौर पर दिए जाने के बाद उनकी प्रतिरोधक क्षमता पर होने वाले संभावित प्रभाव का आकलन किया गया था