रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 4 महीने से चल रहा विनाशकारी युद्ध लगातार घातक होता जा रहा है. रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन के तटीय शहर ओडेसा पर ताबड़तोड़ मिसाइल दागीं. इन हमले में 21 लोगों की मौत की सूचना है. वहीं बड़ी संख्या में शहर की इमारतें मलबे के ढेर में बदल गईं
रूस ने ओडेसा पर दागीं 3 मिसाइलें- यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने इस हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी. यूक्रेन ने कहा कि रूसी बमवर्षक विमानों ने शुक्रवार को 3 एक्स-22 मिसाइलें दागीं. ये मिसाइलें एक बिल्डिंग और 2 राहत कैंपों पर गिरीं. यूक्रेन की मीडिया के मुताबिक घटना में कई बच्चों समेत 21 लोग मारे गए. जबकि 6 बच्चों समेत 40 लोग घायल हो गए. वहीं रूस ने दावा किया कि उसने किसी भी रिहायशी इमारत को निशाना नहीं बनाया है
स्नेक आईलैंड से पीछे हटा रूस- इस हमले से पहले रूस के सैनिकों ने काला सागर के बीच स्थित यूक्रेन के स्नेक आईलैंड को खाली कर दिया था. रूस ने इसे सदभावना संकेत बताया था. वहीं यूक्रेनी सेना ने दावा किया था कि उसके मिसाइल हमलों से डरकर रूसी सैनिक 2 स्पीड बोट में बैठकर वहां से भाग गए थे
रूस के स्नेक आइलैंड से हट जाने के बाद यूक्रेन ने राहत की सांस ली थी. इस आईलैंड से यूक्रेन का ओडेसा शहर सीधे निशाने पर आ रहा था. हालांकि पीछे हटने के बावजूद रूस ने वायुसेना के जरिए ओडेसा पर मिसाइलें दागकर तबाही मचा दी
जेलेंस्की ने रूस पर निकाली भड़ास- अपने नागरिकों को मरते देख यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने फिर भड़ास निकाली. जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध में अपनी हार सुनिश्चित देख रूस अब निहत्थे नागरिकों पर हमले कर रहा है. उधर रूसी सैनिक पूर्वी यूक्रेन के लुहांस्क प्रांत को अपने कब्जे में लेने की कोशिश में जुटे हैं. यह प्रांत पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी सेना का आखिरी गढ़ है. इस प्रांत के हाथ से निकलते ही पूरा डोनबास इलाका रूस के कब्जे में आ जाएगा और साथ ही क्रीमिया प्रायद्वीप से भी उसकी डायरेक्ट कनेक्टिविटी हो जाएगी