कोटा जिले की खैराबाद पंचायत समिति में मनरेगा योजना में लाखों रुपये की धांधली करने की शातिर तरकीब सामने आई है जो कैमरे में भी कैद है. मनरेगा योजना में करप्शन ट्रिक नरेगा मस्टररोल में पेन की स्याही को मिटा कर दोबारा भरते हैं
मस्टररोल जिसका खुलासा नरेगा योजना में गरीबों को मिलने वाले 100 दिनों की रोजगार योजना में पंचायत कर्मचारियों और पंचायत समिति में लगे संविदा कर्मियों की मिली भगत से नरेगा मस्टररोल में शातिर दिमाग लगा कर पेन से स्याही को मिटा कर दोबारा उसमें अपने मिलने वालों व्यक्तियों की हाजरी भर रहे है
जब इसकी जानकारी जी मीडिया को मिली तो जी मीडिया के संवाददाता ने नरेगा योजना में चल रही मस्टररोल के फोटो खींच कर अपने पास रखे और मस्टररोल का जमा होने का इंतजार किया, जब मस्टररोल जमा हुई तो स्थिति कुछ और नजर आई. जो व्यक्ति नरेगा मस्टररोल में काम करने नहीं आया फिर भी उसकी सभी दिनों हाजरी मिली
जब इस मामले को लेकर पड़ताल शुरू की तो पता चला कि नरेगा विभाग में लगे अधिकारी व मेट ने मस्टररोल में पेन से लिखे स्याही को मिटाने वाला पेन मंगवा रखा है. जिससे ये बाद में मस्टररोल से काट फीस कर अपने मिलने वालों व्यक्ति के नाम पर सभी दिन की हजारी भर देते हैं और उसका भुगतान उठा कर सभी आपस मे मिल बांट कर खा लेते हैं
नरेगा योजना में धांधली करने का ये गिरोह कई सालों से सक्रिय हैं. अगर देखा जाये तो आज तक नरेगा योजना में लाखों की नहीं करोड़ों रुपये की सेंदमरी कर चुके हैं. वही कुछ ग्राम पंचायतों में तो नरेगा मस्टररोल जारी कर बिना काम के ही लाखों रुपये का भुगतान उठा रहे हैं
नरेगा योजना के धांधली के चलते नरेगा योजना में लगे संविदा कर्मी अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी नरेगा योजना में महीने के लाखों रुपए कमा रहे हैं. वहीं नरेगा योजना में लगे पंचायत कर्मी तो नरेगा योजना में लाखों कमा कर अपने मिलने वालों अधिकारियों को बाइक तक गिफ्ट कर रहे हैं
अब जब पूरा घोटाला सामने आया है की आखिर कैसे करप्शन की जड़े पनप रही हैं कैसे करप्शन को अंजाम दिया जा रहा है उसके बाद अधिकारियों का वही रटा रटाया जबाव है मामला बहुत गंभीर है. मामले की जांच करवाई जाएगी. दोषियों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.