दक्षिणी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में पड़ोसन को पैसे ट्रांसफर करने को लेकर हुए झगड़े के दौरान अपनी लिव-इन पार्टनर की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति की गिरफ्तार किया है
आरोपी की पहचान 43 वर्षीय ओम प्रकाश के रूप में हुई है। हत्या के बाद आरोपी पहले तो घर से भाग गया था, लेकिन शव ठिकाने लगाने के लिए लौट वापस आया था
पुलिस ने कहा कि वह अपने भाई रमेश (45) और दोस्त संजय (33) के साथ घर लौटा और महिला के शव को एक कार में डालकर ले गया और उसे उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले के दनकौर इलाके में यमुना एक्सप्रेसवे पर सर्विस लेन के पास फेंक दिया था। पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और शव को फेंकने में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली गई है
पुलिस के अनुसार, मामले की सूचना उन्हें 2 जुलाई को ब्रजेश नाम के एक व्यक्ति ने दी थी, जो गोविंदपुरी थाने में आया और कहा कि उसके तुगलकाबाद एक्सटेंशन स्थित घर से एक किराएदार लापता है। ब्रजेश ने अपनी शिकायत में कहा कि उसे शक है कि महिला जुलेखा का उसके लिव-इन पार्टनर ओम प्रकाश ने अपहरण किया होगा
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पूर्व) ईशा पांडे ने कहा कि शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और उस इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जहां जुलेखा रहती थी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की स्कैनिंग के दौरान, उन्हें एक फुटेज मिला जिसमें तीन व्यक्ति एक बेहोश महिला को एक काली कार में ले जाते हुए दिखाई दे रहे थे। पुलिस ने दो लोगों की पहचान ओम प्रकाश और राजकुमार के रूप में की, जबकि तीसरे की पहचान नहीं हो पाई थी
डीसीपी ने कहा कि तुरंत आरोपी व्यक्तियों के अंतिम ज्ञात पते पर छापेमारी की गई, लेकिन वो फरार हो गए थे। पुलिस ने वहां स्थानीय लोगों से पूछताछ की और आरोपियों के मोबाइल नंबर एकत्र किए, जिन्हें सर्विलांस पर रखा गया था
डीसीपी ने कहा कि और उनके रिश्तेदारों से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर ओम प्रकाश और राजकुमार को पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी से 5 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ करने पर ओम प्रकाश ने खुलासा किया कि वह जुलेखा बीबी खान उर्फ रेखा के साथ लिव-इन रिलेशन में था
पुलिस ने कहा कि घटना वाले दिन, पड़ोस की एक महिला को पैसे ट्रांसफर करने की छोटी सी बात पर उसके और जुलेखा के बीच झगड़ा हो गया था, जिसने ओम प्रकाश ने उसे मौत के घाट उतार दिया। अधिकारी ने कहा कि ओम प्रकाश ने जुलेखा की हत्या करने के बाद अपने भाई राजकुमार और दोस्त संजय को बुलाया ताकि वह जुलेखा के शव को ठिकाने लगाने में उसकी मदद कर सकें
डीसीपी ने कहा कि तीनों ने शव को एक कार में ले जाकर दनकैर में यमुना एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन के पास फेंक दिया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस की एक टीम शव को बरामद करने के लिए दनकैर गई थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जुलेखा की गला घोंटने की पुष्टि हुई है।