दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा केस: नकदी विवाद में सुप्रीम कोर्ट की जांच शुरू
नई दिल्ली, 26 मार्च 2025
दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके सरकारी आवास पर 14 मार्च 2025 को लगी आग के बाद कथित तौर पर भारी मात्रा में जली हुई नकदी मिलने का मामला गहराता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन जजों की एक समिति गठित की है, जो इसकी जांच कर रही है।
जस्टिस वर्मा के आवास (30, तुगलक क्रेसेंट) में आग लगने की घटना के बाद दिल्ली फायर सर्विस ने आग पर काबू पाया था। दमकलकर्मियों ने वहाँ जली हुई नकदी के बोरे देखे जाने की बात कही, जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ। हालाँकि, दिल्ली फायर सर्विस के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि उनके पास नकदी बरामदगी की आधिकारिक जानकारी नहीं है। जस्टिस वर्मा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया। उनका कहना है कि घटना के वक्त वह अपनी पत्नी के साथ भोपाल में थे और 15 मार्च को ही दिल्ली लौटे।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शील नागू की अध्यक्षता में एक समिति बनाई, जिसमें हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जी.एस. संधवालिया और कर्नाटक हाई कोर्ट की जज जस्टिस अनु शिवरामन शामिल हैं। यह समिति 25 मार्च को जस्टिस वर्मा के आवास पर पहुँची और करीब 45 मिनट तक जाँच की। सुप्रीम कोर्ट ने 23 मार्च को जले हुए नोटों की तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए थे, हालाँकि नकदी की सटीक राशि (अफवाहों में ₹15-50 करोड़) अभी अस्पष्ट है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने जस्टिस वर्मा को न्यायिक कार्यों से निलंबित कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें उनके मूल कोर्ट, इलाहाबाद हाई कोर्ट, स्थानांतरित करने की सिफारिश की थी, लेकिन इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उनका कोर्ट “विवादित जजों का ठिकाना” नहीं है।
जांच समिति अब कॉल रिकॉर्ड और IP डेटा की पड़ताल कर रही है ताकि जस्टिस वर्मा के दावों की सच्चाई सामने आए। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की गई है, जिसमें जस्टिस वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज करने की माँग की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले का असर न्यायपालिका की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर लंबे समय तक दिख सकता है।
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