माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने पत्रकार राणा अय्यूब के अकाउंट पर भारत में रोक लगा दी है। यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत हुई है। अय्यूब ने रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर नोटिस पोस्ट किया और कहा, “हैलो ट्विटर, आखिर यह है क्या?”अय्यूब ने जो नोटिस शेयर किया, उसमें लिखा है कि ‘भारत के स्थानीय कानूनों के तहत दायित्वों का पालन करते हुए हमने भारत में इस अकाउंट पर रोक लगा दी है। यह कार्रवाई देश के सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत हुई है।’
नोटिस में क्या कहा गया है?
नोटिस के मुताबिक, “हमारी सेवा का इस्तेमाल करने वाले लोगों की आवाज को बचाव करने और उनका सम्मान करने में ट्विटर दृढ़ता से विश्वास करता है, अगर हमें किसी अधिकृत संस्था (कानून प्रवर्तन या सरकारी एजेंसी) से कंटेंट को हटाने के लिए लीगल रिक्वेस्ट मिलती है, तो एकाउंट होल्डर्स को सूचना देना हमारी नीति है। हम यह पता करने के लिए नोटिस देते हैं कि उपयोगकर्ता उस देश में रहता है या नहीं, जहां से अपील की गई है।”
अय्यूब के समर्थन में उठी आवाजें
अय्यूब के ट्वीट के जवाब में टेनिस दिग्गज मार्टिना नवरातोलिना ने कहा, “तो अगला कौन है?!? यह भयानक है…।” उन्होंने अपनी पोस्ट में राणा अय्यूब और ट्विटर को टैग किया है। वहीं, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ शशि शेखर वेम्पति ने कहा कि ट्विटर का नोटिस “या तो एक बग या पिछली घटनाओं को लेकर देर से आई प्रतिक्रिया हो सकती है। मुझे भी पिछले साल की ट्विटर से ऐसा ईमेल मिला था।”राणा अय्यूब पर मनी लाउंड्रिंग के आरोप
राणा अय्यूब पर राहत कार्यों के लिए जमा किए गए धन के दुरुपयोग का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय ने इसी साल अय्यूब की 1.77 करोड़ रुपये की राशि की जब्त की थी। अय्यूब ने मनी लाउंड्रिंग के इन आरोपों को बदनाम करने की साजिश के लिए चलाया जा रहा अभियान बताया था। वहीं, एक बयान जारी करके संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयुक्त ने कहा था कि राणा अय्यूब के खिलाफ न्यायिक उत्पीड़न को फौरन रोका जाना चाहिए।