Saturday, November 23, 2024
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    जानिए किन सेलिब्रिटीज को विवादों में फंसाया, क्रीम, तेल, पान मसाले ने

    हाल में केंद्र सरकार ने जानी-मानी हस्तियों और खिलाड़ियों समेत विभिन्न उत्पादों का विज्ञापन करने वाले प्रचारकों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं। अब विज्ञापनों के प्रचारकों को प्रचारित की जा रही सामग्री के साथ अपने संबंध का ब्योरा भी देना होगा

    नए उपभोक्ता संरक्षण कानून-2019 के तहत हस्तियों द्वारा प्रचार करने पर जवाबदेही तय हो गई है। नए कानून में भ्रामक और धोखाधड़ी वाले विज्ञापन देने पर कार्रवाई करने का प्रावधान है। फर्जी विज्ञापन दिखाने पर कंपनियों को जुर्माना भरना पड़ सकता है और सेलिब्रिटीज को सजा तक हो सकती है

    जेल भी जाना पड़ सकता है-

    नए कानून के तहत भ्रामक विज्ञापन देने से जुड़े अपराध में पहली बार दोषी पाए जाने पर 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है और दो साल जेल की भी सजा हो सकती है। दोबारा अपराध करने वाले दोषियों पर जुर्माने की राशि को बढ़कर 50 लाख रुपये किया जा सकता है। साथ ही जेल की सजा भी बढ़ाकर 5 साल तक हो सकती है

    ऐश्वर्या राय बच्चन-

    रंगभेद को बढ़ावा देने के लगे थे आरोप

    आभूषण बनाने वाली कंपनी कल्याण ज्वैलर के एक विज्ञापन पोस्टर के कारण ऐश्वर्या भी मुसीबत में घिरी थीं। कल्याण ज्वैलर्स ने काफी विवाद के बाद इस विज्ञापन को वापस ले लिया था। दरअसल, इस विज्ञापन में ऐश्वर्या ने काफी ज्वैलरी पहनी थी और उनके पीछे एक सांवला लड़का छाता लिए खड़ा था। उन पर रंगभेद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था

    महेंद्र सिंह धौनी-

    आईपीएल के प्रोमो वीडियो में भी फंसे

    आईपीएल के प्रोमो वीडियो में विज्ञापन कानून का उल्लंघन हुआ था। वीडियो में चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान एमएस धोनी बस ड्राइवर के रूप में नजर आए थे। नियामक संस्था ने इस वीडियो पर आपत्ति जताते हुए यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाला बताया था

    मारिया शारापोवा और माइकल शूमाकर-

    पूर्व रूसी टेनिस स्टार मारिया शारापोवा और पूर्व फॉर्मूला वन रेसर माइकल शूमाकर पर धोखाधड़ी और साजिश रचने का केस दर्ज हुआ है। दिल्ली की महिला ने आरोप लगाया था कि 2013 में बिल्डर के ब्रोशर में शारापोवा और शूमाकर का नाम देख कर उन्होंने रियल एस्टेट कंपनी रियलटेक डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में निवेश किया था लेकिन उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए थे

    पियर्स ब्रॉसनन-

    पान मसाले का प्रचार करने पर हुए ट्रोल

    हॉलीवुड अभिनेता पियर्स ब्रॉसनन द्वारा पान मसाले का प्रचार करने पर उनके प्रशंसक काफी नाराज हो गए थे। सोशल मीडिया पर प्रशसंकों ने इस पर आपत्ति जताते हुए उन्हें ट्रोल भी किया था। इसके बाद ब्रॉसनन ने सफाई दी थी कि कंपनी ने धोखा दिया था और उन्हें माउथ फ्रेशनर बताकर पान मसाले का प्रचार करवाया गया।

    शाहरुख खान-

    फेयरनेस क्रीम मामले में हुआ था केस

    पुरुषों की फेयरनेस क्रीम बनाने वाली कंपनी इमामी फेयर एंड हैंडसम पर दिल्ली के एक लड़के ने मुकदमा किया था इसका विज्ञापन शाहरुख खान करते हैं। लड़के का कहना था कि उसने शाहरुख का विज्ञापन देखकर अक्टूबर 2012 में यह क्रीम खरीदी थी, लेकिन फायदा नहीं हुआ

    अमिताभ बच्चन-

    मैगी के मामले में घिरे थे

    कुछ वर्ष पहले मैगी में लेड की भारी मात्रा पाए जाने के कारण इसे देशभर में लंबे वक्त के लिए बैन कर दिया गया था इसका विज्ञापन करने पर माधुरी दीक्षित, अमिताभ बच्चन और प्रीति जिंटा भी फंसे थे। तीनों के खिलाफ पीआईएल दाखिल की गई थी

    अल्लू अर्जुन –

    संस्था ने मामला दर्ज कराया

    दक्षिण भारत के फिल्म सुपरस्टार अल्लू अर्जुन ने खिलाफ एक एजुकेशन इंस्टीट्यूट ने भ्रामक विज्ञापन में गलत जानकारी देने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। संस्थान का कहना है कि विज्ञापन में उनकी छवि को धूमिल किया गया है।

    अक्षय कुमार –

    प्रशंसकों से मांगनी पड़ी थी माफी

    अभिनेता अक्षय कुमार ने हाल में विमल पान मसाला का विज्ञापन किया था, लेकिन उनके प्रशंसकों को यह नागवार गुजरा और सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया। अक्षय को माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने तंबाकू का कभी प्रचार नहीं किया है, ना ही करूंगा

    गोविंदा-

    तेल बेचने पर जारी हुआ था नोटिस

    टीवी पर देर रात संधी सुधा प्लस तेल का प्रचार करने के आरोप में गोविंदा के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी हुआ था हालांकि गोविंदा ने ये कहकर पल्ला झाड़ा था कि वे तो सिर्फ अपना काम कर रहे थे। उन्हें नहीं पता था कि ये तेल असल में किस चीज का है

    जेनीलिया डिसूजा-

    धोखा देने पर मिला था नोटिस

    अभिनेत्री जेनीलिया डिसूजा भी एक रियल स्टेट कंपनी का विज्ञापन करके फंसी थीं। अंजनीपुत्र इन्फ्रास्ट्रक्टर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर हैदराबाद में घोटाला करने का आरोप था। जेनीलिया इस कंपनी की ब्रांड एम्बेसडर थीं। उन्हें भी नोटिस मिला था

    हस्तियां सोच-समझकर विज्ञापन करें

    कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर कोई उत्पाद विवाद में पड़ता है तो ब्रांड एंबेसडर को दोषी ठहराया जाना चाहिए क्योंकि सावधानीपूर्वक शोध करने के बाद ही एक एंबेसडर की भूमिका को स्वीकार करना उनकी जिम्मेदारी है विज्ञापन का प्रचार करने से पहले सेलिब्रिटी का दायित्व बनता है कि वह विज्ञापन में किए गए दावे की जांच जरूर करें।

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