किसानों को सीजन में गोरखपुर जिले को मिली 1200 टन यूरिया की रैक

गोरखपुर– खरीफ सीजन में किसानों को यूरिया खाद की दिक्कत न हो, बुधवार को यूरिया खाद की रैक आई। नकहा में आई इस रैक से 20 बैगन यानी तकरीबन 1200 टन यूरिया खाद किसानों के लिए उपलब्ध होगी

इस बार खरीफ की फसल 1.62 लाख हेक्टेयर में बुआई का लक्ष्य है। जिसमें सर्वाधिक 1.50 लाख हेक्टेयर धान की बुआई जारी है। फिलहाल जिले में खरीफ सीजन में 44125 टन यूरिया की मांग रहती है। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता सुनील कुमार गुप्ता बताते हैं कि जिले में 107 सक्रिय समितियां जिन पर खाद की आपूर्ति की जाती है

मौजूदा समय में 100 समितियों पर खाद मौजूद है गोदाम में बुधवार को प्रीपोजिशनिंग की यूरिया 4430 टन एवं सामान्य यूरिया 979 टन उपलब्ध है। इसके अलावा प्री पोजिशनिंग की डीएपी 2300 टन एवं सामान्य 704 टन और एनपीके 279 टन उपलब्ध है

प्री पोजिशनिंग की खाद असल में रबी सीजन के लिए पहले से ही सुरक्षित स्टॉक में रखी जाती है। संकट में सिर्फ 30 फीसदी ही साधन सहकारी समितियों को विक्री के लिए उपलब्ध कराई जा सकती है। फिलहाल इसके पूर्व 500 टन डीएपी भी मंगलवार को जिले को मिली, जिसे सहजनवा स्थित गोदाम में रखा गया है। सुनील कुमार कहते हैं कि मांग के हिसाब से सहकारी समितियों पर खाद भेजी रही है।

निर्धारित मूल्य पर ही खरीदे खाद-

जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं कि सभी खाद के बोरे पर मूल्य अंकित है, किसानों को चाहिए कि उस अंकित मूल्य को देख कर ही खरीद करें

यूरिया के 45 किलोग्राम के बैग के लिए 266.50 रुपये, डीएपी के बैग के लिए 1350 रुपये और एमओपी के लिए 1700 रुपये प्रति बोरी से अधिक कीमत न दें। बिना वजह खाद स्टोर न करें बल्कि जितनी जरूरत है, उतनी ही खरीदें खाद विक्रेता की मनमानी की बिना संकोच जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में शिकायत करें।