विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में यशवंत सिन्हा के अभियान को शुक्रवार को एक और झटका लगा जब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के सहयोगी ओपी राजभर ने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का वादा किया
समाजवादी पार्टी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह 18 जुलाई को होने वाले चुनावों में एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट देगी, जिससे विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को और नुकसान होगा। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी अभी भी सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा बनी हुई है उन्होंने कहा कि 2024 चुनाव में अखिलेश यादव चाहेंगे तो वह उनके गठबंधन का हिस्सा बने रहेंगे।
उन्होंने बताया कि क्यों वो यशवंत सिन्हा को वोट नहीं दे रहे हैं और एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि हम मायावती की तरह दलित की लड़ाई लड़ेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के लिए डिनर पार्टी में बुलाया
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने 7 तारीख को प्रेस वार्ता किया और उसमें मेरी जरूरत नहीं समझी। उन्हें मेरे वोट की जरूरत नहीं थी लेकिन मैं इंतजार करता रहा। उनकी ओर से कोई रिस्पांस न मिलने के कारण मैंने सीएम योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह से मिलने और अपने पार्टी विधायकों की राय के बाद द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया
उनका कहना है कि मैंने कोई गलत बात नहीं की। मैं सिर्फ राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर उन्होंने नहीं पूछा, मेरी दिली इच्छा थी अखिलेश यादव जी के साथ वोट देने के लिए तैयार था लेकिन उन्होंने नहीं पूछा। गठबंधन की बात पर उन्होंने कहा कि अभी तो हम गठबंधन में हैं जब तक अखिलेश रहेंगे
अभी राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात करते हैं बाकी टाइम आने पर बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने महसूस किया है कि सपा नेता को हमारी जरूरत नहीं है। जब प्रेस वार्ता करते हैं जो जयंत चौधरी को बुलाते हैं, राज्यसभा जयंत को दे देते हैं। ये हमें इग्नोर किया जा रहा है। उन्होंने गठबंधन के लिए कहा कि मुझे कोई निकाल नहीं सकता।