अब लाइट फिटिंग के धंधे में अडानी ग्रुप, 80000 करोड़ का बाजार

Adani Group in Cables and Wires Business: अडानी ग्रुप ने नए ज्वाइंट वेंचर ‘प्रणीता इकोकेबल्स’ बनाकर केबल और वायर इंडस्ट्री में उतरने का ऐलान किया है.हाइलाइट्सअडानी ग्रुप के ऐलान से केबल और वायर कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई.अडानी समूह एक नए ज्वाइंट वेंचर के साथ बिजनेस में उतर रहा है.देश में केबल और वायर इंडस्ट्री के बाजार की वैल्यू 80000 करोड़ रुपये है.मुंबई. अडानी ग्रुप ने अब एक और नए बिजनेस में उतरने का ऐलान किया है, लेकिन यह खबर सुनकर मानों दूसरी कंपनियों को पसीना आ गया है. देश में केबल और वायर निर्माता कंपनियों केईआई इंडस्ट्रीज, पॉलीकैब और हैवेल्स के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, क्योंकि अडाणी समूह ने इस सेक्टर में काम शुरू करने की घोषणा की है. अडानी ग्रुप ने एक नए ज्वाइंट वेंचर ‘प्रणीता इकोकेबल्स’ बनाकर इस वायर और केबल इंडस्ट्री में काम की शुरुआत करने जा रहा है.

19 मार्च को एक्सचेंज फाइलिंग में, अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने इस बात की जानकारी दी. अडानी ग्रुप ने कहा कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी कच्छ कॉपर ने एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी ‘प्रणीता इकोकेबल्स लिमिटेड’ का निगमन पूरा कर लिया है. कच्छ कॉपर और प्रणीता वेंचर्स दोनों के पास नवगठित कंपनी में 50 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी होगी.

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क्यों गिरे दिग्गज कंपनियों के शेयर?

भारत के केबल और वायर मार्केट का साइज 2024 में 9.32 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, और 2025 में इसके 10.01 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2032 तक 17.08 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में अडानी ग्रुप की इस सेक्टर में एंट्री से अन्य कंपनियों का मार्केट शेयर बंट सकता है.

अडानी ग्रुप के केबल और वायर इंडस्ट्री में उतरने के ऐलान से इस सेक्टर की अहम कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, क्योंकि अब मार्केट में अडानी जैसा एक और बड़ा प्लेयर आ गया है. इससे पहले अल्ट्राटेक ग्रुप ने भी वायर और केबल इंडस्ट्री में आने का ऐलान किया था.

आज हैवेल्स, पॉलीकैब और केईआई इंडस्ट्री के शेयरों में तगड़ी गिरावट देखने को मिली. पॉलीकैब के शेयर 8 फीसदी, हैवेल्स के शेयर 5 फीसदी तो केईआई इंडस्ट्री के शेयर 12 प्रतिशत तक टूट गए.